Tuesday, August 1, 2023

पीएम मोदी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार

महाराष्ट्र के पुणे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। प्रधानमंत्री ने पुरस्कार को देश की जनता को समर्पित किया। इसके साथ ही पुरस्कार में प्राप्त राशि को नमामि गंगे परियोजना को दान कर दिया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और अजीत पवार समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे। लोकमान्य तिलक को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि तिलक ने स्वतंत्रता संग्राम में अमूल्य योगदान दिया है। उन्होंने तिलक को स्वतंत्रता संग्राम का तिलक बताया। मोदी ने कहा कि तिलक एक महान संस्था निर्माता और परंपराओं के पोषक थे। उन्होंने भारतीय में हीन भावना के मिथक को तोड़ा और अपनी क्षमताओं के प्रति भारतीयों में आत्मविश्वास जगाया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने तिलक द्वारा फर्ग्यूसन कॉलेज की स्थापना के समय को याद किया और कहा कि उस समय भारत में विश्वास की कमी की बात कही गई थी। मोदी ने कहा कि देश अब विश्वास की कमी से अतिरिक्त विश्वास की ओर बढ़ गया है। इस दौरान पीएम ने अपने 9 साल के कार्यकाल के दौरान हुए बदलाव की चर्चा की। बता दें कि लोकमान्य तिलक की याद में तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा 1983 में इस पुरस्कार की स्थापना की गई थी। यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है जिन्होंने देश के विकास के लिए उल्लेखनीय और असाधारण कार्य किया है। हर साल यह पुरस्कार लोकमान्य तिलक की पुण्यतिथि 1 अगस्त को दिया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पुरस्कार को प्राप्त करने वाले 41वें व्यक्ति हैं। इससे पहले इंदिरा गांधी, डॉ. शंकर दयाल शर्मा, प्रणब मुखर्जी, अटल बिहारी वाजपेयी, डॉ मनमोहन सिंह, एन आर नारायणमूर्ति, डॉ ई. श्रीधरन जैसे प्रमुख व्यक्तियों को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। 

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